नई दिल्ली। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का आगाज हो चुका है। पर्थ में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में दोनों टीमों के बीच घ...
नई दिल्ली। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का आगाज हो चुका है। पर्थ में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में दोनों टीमों के बीच घमासान जारी है। टीम इंडिया के बल्लेबाज पर्थ टेस्ट में पहले दिन बुरी तरफ फेल हो गए जिसका नतीजा ये हुआ कि पूरी टीम 50 ओवर भी नहीं खेल सकी और महज 150 रनों के स्कोर पर ढेर हो गई। भारतीय सलामी जोड़ी पहले विकेटे के लिए सिर्फ 5 रन ही जोड़ सकी क्योंकि युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ऑस्ट्रेलिया में अपना पहला टेस्ट मैच खेलते हुए एक भी रन नहीं बना सके और डक पर पवेलियन लौट गए। जायसवाल ने 8 गेंदों का सामना किया लेकिन खाता नहीं खोल सके। वह तीसरे ही ओवर में मिचेल स्टार्क का शिकार बने।
भारतीय पारी के 150 रन के स्कोर के जवाब में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों का प्रदर्शन भी बेहद खराब रहा। जसप्रीत बुमराह ने अकेले कंगारू टीम के टॉप आर्डर को तहस-नहस कर दिया। पहले दिन का खेल खत्म होने तक ऑस्ट्रेलिया के 7 बल्लेबाज 67 रन के स्कोर पर पवेलियन लौट चुके थे। इसके बाद दूसरे दिन ऑस्ट्रेलिया 104 रन के स्कोर पर पवेलियन लौट गई। इसके बाद पहली पारी की नाकामी से सबक लेते हुए यशस्वी जायसवाल ने दूसरी पारी में केएल राहुल के साथ मिलकर संभलकर खेलते हुए टीम इंडिया की पारी का आगाज किया और अपने खाते में 15 रन जोड़ते ही नया इतिहास रच दिया।
यशस्वी जायसवाल का बड़ा कारनामा
दरअसल, यशस्वी जायसवाल इस साल शानदार फॉर्म में हैं। वह टेस्ट में भारत की ओर से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। युवा सलामी बल्लेबाज जो रूट के बाद इस साल 1000 से ज्यादा रन बनाने वाले दुनिया के सिर्फ दूसरे बल्लेबाज हैं। जायसवाल ने पर्थ टेस्ट की दूसरी पारी के दौरान जैसे ही 15 रन का आंकड़ा छुआ तो वैसी ही भारतीय टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में नया करिश्मा हो गया। जायसवाल टेस्ट क्रिकेट में एक कैलेंडर ईयर में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बाएं हाथ के भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं। उन्होंने 16 साल पुराना रिकॉर्ड ध्वस्त किया। इससे पहले ये रिकॉर्ड पूर्व भारतीय क्रिकेटर और टीम इंडिया के मौजूदा हेड कोच गौतम गंभीर के नाम था। गंभीर ने साल 2008 में टेस्ट क्रिकेट में 8 टेस्ट मैचों की 16 पारियों में 1134 रन बनाए थे। इस दौरान उनके बल्ले से 3 शतक और 6 अर्धशतक निकले थे।
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