इस अभियान में आंगनवाड़ी केंद्रो को सुशोभित और स्वछ बनाकर बच्चों कि शिक्षा मे सकारात्मकता लाने का प्रयास किया गया है। इस अभियान के माध्यम से आंगनवाड़ी को आदर्श स्वरूप देने के लिए चैम्पियन ऑफ चेंन्ज विकासखंड सुकमा कि रश्मि सूर्यवंशी को बनाया गया।

इस संबंध मे हर्षउल्लास के साथ बताया कि उन्हे बचपन से ही कलाकृति करने कि जिन्यास उनके मन मे लगी रहती थी। समय के साथ मैने बहुत स्पर्धाओ मे सहभागी हुई और उसके कारण मुझे गर्वन्वित किया गया था जब भी कूछ व्यक्त करने का मन करता है तो मै अपनी भावनाओ को चित्रो मे उतारणे का कार्य करती थी। इस अभियान के माध्यम मै खुद आंगनवाड़ी केंद्रो को सजाने कि रुची मन मे जागरूक हुआ जिसमे मैने कलर के माध्यम से ,पेपर और टिकाऊ से टिकाऊ वस्तू के माध्यम से कैसे चीजो को बनाकर सजा सखते है इसका आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को प्रशिक्षण दिया।

साथ ही 14 आंगनवाड़ी को तैयार किया जिसमे मैने नयी नयी चीजो को सिखा और अपने बचपन के सपने को एक बार फिर मैने जिया 20 साल के बाद बचपन से अभी तक के इस सफर को मैने फिर से जिंदा किया और फिर एक बार उसे जिने कि कोशिश कि इस दरम्यान मुझे बहुत संतृष्टी प्राप्त हुआं कि मैने अपने अदर कि कृती को बाहर निकालकर बच्चो शिक्षा मे मै योगदान दे पायी। मेरे इस कार्य के पिछे पिरमल टीम का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

मेरे इस कार्य के दरम्यान मेरे पर्यवेक्षिका, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता भी प्रेरित हुए और इस अभियान के कार्य को देखते हुए जिला आधिकारी खुश होकर महिला बाल कल्याण विभाग,जिला पंचायत विभाग ने इसकी निव भरी और हर मंगलवार को आंगनवाड़ी केंद्रो मे निर्मल आंगनवाड़ी दिवस सफलतापुर्वक मनाया जाएगा।